आज जब लोग अपनी जीविका और अपने परिवार के पालन पोषण में वयस्त हैं जहाँ न तो उनको अपनी संस्कृति से न तो राष्ट्र से कोई मतलब नहीं हैं .. भारत के एक मात्र हिन्दुवो का देश जहाँ हिंदू आज खतरे में हैं लेकिन हिंदुस्तान के रहने वाले सनातनी मूकदर्शक बने हुए हैं , आज वृहद अस्तर पर बहनो के साथ लव जिहाद के माध्यम से मिशनीरीया धन का लोभ लालच देकर लोगो को धर्म से विमुख कर रही है – पूज्य महाराज जी को ये चिंता सोने नहीं दे रही थी तो महाराज जी ने इसके विरुद्ध क्रांति का बिगुल छोड़ दिया कथा के माध्यम से लोगो को जागरूक तो कर ही रहे हैं उसके साथ आदिवासी क्षेत्र जैसे छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार में जहाँ कम पढ़े लिखे लोगो को निशाना बनाया जा रहा था वहाँ मिशनरियों के विरुद्ध बिगुल फूक कर धरातल पर उतर गए – जहाँ पादरियों के हाथ पर फूल गए …
घर घर जा कर हिन्दुवों को जागरूक करना उनको उनके वैभवशाली इतिहास के बारे में बाताने का बेड़ा महाराज जी ने स्वयं उठाया .. इसका परिणाम ये रहा की हजारों की संख्या में जो लोग धर्म से विमुख हो चुके थे पुनः अपने धर्म में वापस आए .. आज प्रत्येक राष्ट्रवादी सनातनी हिंदू को इस कार्य में लगने की आवश्यकता है ।।